दो साल में हुयी घटनाओ से ये देश हुआ सबसे ज्यादा सेल्फी डेड कंट्री में शामिल
वर्त्तमान समय में सोशल मीडिया दुनिया के सामने अपनी बात रखने का एक बहुत ही अच्छा प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है.हालाकि इसके कुछ गुण तो कुछ दोष है.आज के दौर में खासकर युवा वर्ग इन मीडिया पर अपनी काफी फोटो अपलोड करते रहते है.क्योकि वो अपने आप को इस संसार से कुछ अलग दिखने की चाह रखते है.इसीलिए आजकल के युवा खतरों से भरी जगह में जाकर खुद से सेल्फी लेते है.धीरे धीरे उनकी यही आदत जानलेवा साबित होती है.सेल्फी लेने से हुयी मौतों के मामले में भारत का स्थान अन्य देशो की तुलना में पहले नम्बर पर है.पिच्क्निक स्पॉट,समन्दर की लहरे या कोई भी खतरनाक ऊँची जगह ये सब युवाओ को सेल्फी लेने के लिए अपनी और आकर्षित करती है.जिसके कारण उनकी यही लत जानलेवा साबित हो रही है.
जानिए दो सालो में इसके कारण कितनी मौते हुई : एक सर्वे के अनुसार साल २०१४ से २०१६ तक पूरे विश्व में सेल्फी लेने के कारण १२७ लोगो की असमय मृत्यु हुई.जिनमे से ७६ मृत्यु अकेले भारत में हुई.जिस कारण भारत इस तरह होने वाली घटनाओ के मामले में टॉप पर पहुच गया है.
यहाँ बनाये गए है नो सेल्फी जोन : पिछले साल २०१६ को सेल्फी से होने वाली मौतों के कारण मुबई पुलिस ने मुंबई के १६ जगहों में नोस सेल्फी जोन बनाए.ये सभी पिकनिक स्पॉट है.इसी तरह नासिक में हुए कुभ मेले में यहाँ के प्रशासन ने भी कुछ खतरनाक जगहों पर भी सेल्फी न खीचने के लिए पुख्ता इंतजाम किये थे.
हाल फिलहाल में ये हादसे हुए है सेल्फी के कारण :
जानिए दो सालो में इसके कारण कितनी मौते हुई : एक सर्वे के अनुसार साल २०१४ से २०१६ तक पूरे विश्व में सेल्फी लेने के कारण १२७ लोगो की असमय मृत्यु हुई.जिनमे से ७६ मृत्यु अकेले भारत में हुई.जिस कारण भारत इस तरह होने वाली घटनाओ के मामले में टॉप पर पहुच गया है.
यहाँ बनाये गए है नो सेल्फी जोन : पिछले साल २०१६ को सेल्फी से होने वाली मौतों के कारण मुबई पुलिस ने मुंबई के १६ जगहों में नोस सेल्फी जोन बनाए.ये सभी पिकनिक स्पॉट है.इसी तरह नासिक में हुए कुभ मेले में यहाँ के प्रशासन ने भी कुछ खतरनाक जगहों पर भी सेल्फी न खीचने के लिए पुख्ता इंतजाम किये थे.
हाल फिलहाल में ये हादसे हुए है सेल्फी के कारण :
- 16 जून 2017 की इस घटना में एक युवक अपनी प्रेमिका के साथ मालगाड़ी में चढ़ गया.जहा वो सेल्फी लेने लगा लेकिन हाथ ऊपर करते ही वो ओ एच ई से चिपक कर झुलस गया.
- मई 2017 की इस घटना में चार युवक गंगनहर में सेल्फी लेने के कारण डूब गए.
- इसी तरह की एक घटना 23 जून 2016 की है.कानपूर में गंगा नदी में नहाने की दौरान सेल्फी लेते वक़्त सात युवको की डूबने से मौत हो गयी.
- इसी तरह की एक घटना 28 मई 2017 को उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में हुयी.हरकी पेड़ी क्षेत्र के पास हाथी पुल के पास अपने भाई बहन इ साथ सेल्फी ले रही क्लास १२ की एक छात्रा गंगा नदी में गिर गयी.इसे बचने के लिए हरिद्वार की जल पुलिस ने रेस्क्यू अभियान भी चलाया.लेकिन इस छात्र का कुछ पता नहीं चल सका.इस लड़की का नाम नाज़मा था जो उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की निवाशी थी जो अपने माता-पिता के साथ यहाँ आई थी.
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